ज्ञान गंगा ग्लोबल स्कूल में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मदर्स डे, बच्चों ने मां के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को किया प्रकट
- छात्र-छात्राओं ने नाटक, कविता, गीत, पेंटिग व पोस्टरों के माध्यम से मां के त्याग व उनकी ममता को किया नमन
सोनीपत, 10 मई(kuldeep ranga)
ज्ञान गंगा ग्लोबल स्कूल (जी-3) में छात्र-छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ मदर्स डे मना कर मां के प्रति प्रेम व सम्मान को प्रकट किया। छात्र -छात्राओं ने नाटक, कविता, गीत, पेंटिंग व पोस्टरों के माध्यम से मां के त्याग व उनकी ममता को नमन किया। प्राइमरी कक्षाओं के नौनिहालों ने गीत-संगीत की धुनों पर आकर्षक प्रस्तुति देकर मां के प्रति प्रेम को दर्शाया। स्कूल के चेयरमैन सुधीर जैन, सीईओ संजय जैन, डायरेक्टर ध्रुव जैन व प्राचार्या गीता चोपड़ा ने बच्चों व उनकी माताओं को मदर्स डे की शुभकामनाएं दी। सुधीर जैन ने कहा कि मां हमारे अस्तित्व की जननी है, वह प्रेम, त्याग, ममता, सहनशीलता और बलिदान की मूर्त रूप होती है। मां का हमारे जीवन में जो स्थान है, उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। वह केवल एक जन्म देने वाली नहीं, बल्कि जीवन की सबसे पहली शिक्षक, मार्गदर्शक, मित्र और प्रेरणा होती है।
उन्होंने कहा कि मां का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना गया है। मदर्स डे एक ऐसा अवसर है जो हमें मां के प्रति अपने प्रेम और कृतज्ञता को प्रकट करने का मौका देता है। मां के योगदान को एक दिन में समेटा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मां का स्थान संसार में कोई नहीं ले सकता। मां का प्रेम अनमोल, त्याग अतुलनीय और योगदान अमिट होता है। मां के प्रति यह प्रेम और आदर केवल एक दिन तक सीमित न रहकर हर दिन हमारे व्यवहार में झलकना चाहिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि प्रतिदिन प्रातः काल सोकर उठने के बाद पहले माता-पिता को प्रणाम अवश्य करें। सीईओ संजय जैन ने कहा कि मां केवल एक रिश्ता नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है। मां वह शक्ति है, जो आत्मा को जीवन देती है। मां कभी कुछ नहीं मांगती, वह सिर्फ देती है। भारत एक ऐसा देश है जहां मां को देवी का स्थान प्राप्त है। यहां मां को शक्ति, करुणा और सृजन की प्रतीक माना जाता है। डायरेक्टर ध्रुव जैन ने कहा कि एक मां अपने बच्चों के लिए खुद की इच्छाओं, करियर और सपनों तक का त्याग कर देती है, केवल यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनके बच्चों का जीवन बेहतर बने। प्राचार्या गीता चोपड़ा ने कहा कि मां का योगदान केवल जन्म देने तक सीमित नहीं होता, बल्कि वह जीवन भर हमारी देखभाल, मार्गदर्शन और रक्षा करती है। इस मौके पर इशिका, चाहत, लावण्या, मान्या, अनमोल, शिवेश, अक्षित, सम्राट आदि छात्र-छात्राओं ने नाटक के माध्यम से जीवन में मां की अहमियत को प्रदर्शित किया । प्राइमरी कक्षाओं के बच्चे रिया, वैदेही, त्रिशा, शानवी, महक, अवनी आदि ने मेरी मां, प्यारी मां गीत पर भावपूर्ण प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया । इस अवसर पर कोऑर्डिनेटर नीरजा, महक व गीता राणा, श्वेता, नमिता, संगीता, रेखा जैन, मधु, मीनाक्षी, मोनिका, बीना, कुसुम, ज्योति, सोनिया मदान, ज्योति, निशा, सीमा रानी, पारुल, कावेरी, पीटीआई राखी आदि मौजूद रही ।
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