नशा मुक्ति अभियान सोनीपत
उपायुक्त सुशील सारवान
एनकोर्ड कमेटी बैठक
मेडिकल स्टोर चेकिंग सोनीपत
युवाओं को नशे से बचाने की पहल
नशा विरोधी अभियान हरियाणा
नशा मुक्त सोनीपत मिशन
जागरूकता कार्यक्रम शिक्षण संस्थान
पुलिस कार्रवाई नशा तस्करों पर
चिन्हित अपराधों पर ठोस कार्रवाई
जिला के युवाओं को नशे से बचाने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ मिशन मोड में करें कार्य-उपायुक्त सुशील सारवान -सभी मेडिकल स्टोर की करें नियमित चैकिंग, नशे की दवाईयां बेचने वालों पर करें सख्त कार्रवाई -युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए सभी शिक्षण संस्थानों में आयोजित करवाएं जागरूकता कार्यक्रम -उपायुक्त सुशील सारवान ने गुरूवार को अधिकारियों के साथ की एनकोर्ड कमेटी व चिन्ह्निïत अपराधों को लेकर समीक्षा बैठक
सोनीपत, 28अगस्त (DAINIK JAGRUK):(kuldeep ranga)
उपायुक्त सुशील सारवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के युवाओं को नशे से बचाने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ मिशन मोड में कार्य करें ताकि जिला को नशा मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के अभियान को जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू करते हुए सघन जागरूकता गतिविधियों को तेज करें और ग्राम पंचायतों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
उपायुक्त सुशील सारवान ने गुरूवार को लघु सचिवालय में एनकोर्ड कमेटी व चिन्ह्निïत अपराधों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए उन्हें उचित दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज ही देश की प्रगति का आधार होता है। जिला प्रशासन का दायित्व बनता है कि समाज की मुख्यधारा से भटक कर नशा के एडिक्ट हुए युवाओं को फिर से समाज की मुख्य धारा में शामिल करें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राय: देखने में आ रहा है कि मेडिकल स्टोर का लाईसेंस जिस व्यक्ति के नाम से होता है वह व्यक्ति मेडिकल स्टोर पर बैठता ही नहीं बल्कि कोई अन्य व्यक्ति वहां बैठता है। इसलिए ऐसे मेडिकल स्टोर की चैकिंग कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके अलावा यह सुनिश्चित किया जाए कि जिस व्यक्ति के नाम लाइसेंस है वहीं मेडिकल स्टोर पर बैठे और उसका फोटो और मोबाईल नंबर एक्टिव हो। इसके अलावा संबंधित विभाग फील्ड में गुप्त तरीके से पता लगाए कि कौन से मेडिकल स्टोर वाले नशीली दवाईयां बेच रहे हैं ऐसे मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि नशे के आदी हो चुके युवाओं को नशे की लत से छुटकारा दिलवाने के लिए प्रभावी योजना तैयार करते हुए कार्य करें व पुलिस द्वारा नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के चंगुल से बाहर निकलना है फिर उनको शिक्षा और रोजगार से जोड़ते हुए बेहतर भविष्य की तरफ अग्रसर करना है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग जिला के शिक्षण संस्थानों पर विशेष नजर बनाए रखें अगर आपको कहीं भी नशीली वस्तुओं के प्रयोग के बारे में सूचना मिलती है तो वहां तुरंत कार्रवाई करें। इसके अलावा सभी शिक्षण संस्थानों में नशे के खिलाफ जागरूकता कार्यक्र्रम आयोजित करवाएं।
डीसीपी नरेन्द्र सिंह ने कहा कि पुलिस द्वारा नशे खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस कार्रवाई करने के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चला रही है। ग्रामीण स्तर पर पंचायतों के साथ मिलकर युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन हर गांव को नशा मुक्त बनाना है। नशे के आदी लोगों की पहचान हो रही है और नशा बेचने वालों की भी पहचान हो रही है। पुलिस नशा बेचने वालों को सलाखों के पीछे भेजने पर फोकस कर रही है। चिन्ह्निïत अपराधों में मजबूत पैरवी करते हुए अपराधी पर करवाएं ठोस कार्रवाई-उपायुक्त सुशील सारवान
उपायुक्त सुशील सारवान ने चिन्ह्निïत अपराधों से संबंधित केसों की समीक्षा करते हुए पुलिस व न्यायवादी विभाग से कहा है कि वे एनडीपीएस सहित कोर्ट में चल रहे केसों पर तकनीकी पहलूओं का अध्ययन कर पैरवी करें, ताकि अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाई जा सके। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारी से कहा कि ऐसे केसों को भी चिह्निïत अपराध के तहत लिए जाए और मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और केस दर्ज करना सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही नियमानुसार संबंधित अधिकारी चिन्ह्ति अपराध योजना के लिए उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा चिन्ह्ति अपराधों के गवाहों व आरटीआई एक्टीविस्ट को सहायता मुहैया करवाई जाती है, इस कार्य के लिए विभाग अपडेट रहे। मामले जो चिन्हित अपराध योजना व आरटीआई एक्टीविस्ट के तहत आने वाले मामलों की पुलिस विभाग पूरी गहनता से जांच कर रिपोर्ट तैयार करें। ऐसे मामलों की जांच संबंधित पूरी प्रक्रिया की रिपोर्ट बारे कमेटी के समक्ष अवश्य अवगत करवाया जाए। तकनीकी पहलूओं और साक्ष्यों को पैरवी के दौरान मजबूत तरीके से रखे जाएं ताकि अपराधी पर ठोस कार्रवाई हो सके।
इस मौके पर जेल अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, डीईओ नवीन गुलिया, जिला न्यायवादी सुरेश खत्री सहित अन्य संबंधित सभी अधिकारी मौजूद रहे।
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