जूनियर नेशनल डोजबॉल चैंपियनशिप में साउथ पॉइंट की दिव्या की दोहरी चमक
जूनियर नेशनल डोजबॉल चैंपियनशिप में साउथ पॉइंट की दिव्या की दोहरी चमक
सोनीपत, 10 नवंबर(dainik jagruk)
साउथ पॉइंट स्कूल की नौवीं कक्षा के मैरिगोल्ड सेक्शन की छात्रा दिव्या ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए जूनियर नेशनल डोजबॉल चैंपियनशिप में दोहरी सफलता हासिल की है। दिव्या ने मिक्स कैटेगरी में गोल्ड मेडल और गर्ल्स कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीतकर साउथ पॉइंट संस्थान व जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। साउथ पॉइंट कॉलेज ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन दिलबाग सिंह खत्री ने पदक विजेता को बधाई दी और अन्य विद्यार्थियों को किसी न किसी खेल में प्रतिभागिता करने के लिए प्रेरित किया।
चेयरमैन दिलबाग सिंह खत्री ने बताया कि यह प्रतियोगिता 01 से 03 नवंबर तक गुजरात के अहमदाबाद स्थित आई.जे. यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई थी, जिसमें देशभर से सैकड़ों खिलाड़ियों ने भाग लिया। साउथ पॉइंट स्कूल में नौवीं कक्षा के मैरिगोल्ड सेक्शन की छात्रा दिव्या ने अंडर-19 आयु वर्ग में दोहरी सफलता हासिल करते हुए अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरी। दिव्या की इस उपलब्धि पर पूरे साउथ पॉइंट परिवार में हर्ष का माहौल है। पदक विजेता छात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उसके समर्पण की सराहना की गई। चेयरमैन ने कहा कि दिव्या ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा से साउथ पॉइंट का नाम ऊंचा किया है। यह उपलब्धि हमारे विद्यार्थियों के उत्कृष्ट प्रशिक्षण और संस्थान के खेल समर्थ वातावरण का परिणाम है।
एग्जीक्यूटिव चेयरमैन रोहित खत्री ने कहा कि दिव्या ने यह साबित किया है कि दृढ़ निश्चय और निरंतर अभ्यास से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। वह आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।
वाइस चेयरपर्सन वर्तिका खत्री ने कहा कि दिव्या की यह दोहरी सफलता इस बात का प्रमाण है कि हमारी बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने साउथ पॉइंट ही नहीं, पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है।
सीईओ भावना कालरा ने कहा कि हमारे संस्थान में शिक्षा और खेलों का संतुलन हमारी सबसे बड़ी ताकत है। दिव्या की उपलब्धि इसी संतुलित दृष्टिकोण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
कार्यकारी निदेशक डॉ. ममता सचदेवा ने कहा कि दिव्या की मेहनत और आत्मविश्वास ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनकी यह सफलता अन्य विद्यार्थियों को भी उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करेगी। दिव्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, परिवार और शिक्षकों के निरंतर सहयोग को दिया।
Comments